200+ Best Gulzar Shayari in Hindi – Gulzar Shayari on Life Images 2024

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Best Gulzar Shayari in Hindi

gulzar shayari

कोई वादा नहीं किया लेकिन
क्यों तेरा इंतज़ार रहता है,
बेवजह जब क़रार मिल जाए,
दिल बड़ा बेकरार रहता है।

उड़ते पैरों के तले जब बहती है जमीं
मुड़के हमने कोई मंज़िल देखी तो नही
रात दिन हम राहों पर शामो सहर करते हैं
राह पे रहते हैं यादों पे बसर करते हैं

इतना लंबा कश लो यारो,
दम निकल जाए
जिंदगी सुलगाओ यारों,
गम निकल जाए

मेरे उजड़े उजड़े से होठों में
बड़ी सहमी सहमी रहती है जबाँ
मेरे हाथों पैरों में खून नही
मेरे तन बदन में बहता है धुँआ

वक्त सालों की धुंध से
निकल जायेगा
तेरा चेहरा नज़र से
पिघल जायेगा

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2 line gulzar shayari

इस दिल में बस कर देखो तो
ये शहर बड़ा पुराना है,
हर साँस में कहानी है,
हर साँस में अफ़साना है।

हमेशा से तो नही रहा होगा
तू भी सख्त दिल
तेरी भी मासूमियत से भी
किसी ने खेला होगा !!

बड़े बेताब थे वो
मोहब्बत करने को हमसे
जब हमने भी कर ली तो
उनका शौक बदल गया !

सफर छोटा ही सही
पर यादगार होना चाहिए,
रंग सांवला ही सही
पर वफादार होना चाहिए..

मुझे मालूम था कि वो
मेरा हो नही सकता,
मगर देखो मुझे फिर भी
मोहब्बत हो गई उससे..

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2 Line Gulzar Shayari

heart touching gulzar shayari

झुकी हुई निगाह में कहीं मेरा ख्याल था,
दबी दबी हँसी में इक हसीन सा गुलाल था,
मै सोचता था मेरा नाम गुनगुना रही है वो,
न जाने क्यूं लगा मुझे के मुस्कुरा रही है वो।

धीरे-धीरे ज़रा दम लेना
प्यार से जो मिले गम लेना
दिल पे ज़रा वो कम लेना

दबी-दबी साँसों में सुना था मैंने
बोले बिना मेरा नाम आया
पलकें झुकी और उठने लगीं तो
हौले से उसका सलाम आया

खून निकले तो ज़ख्म लगती है
वरना हर चोट नज़्म लगती है.

हर पल में हंसने का
हुनर था जिनके पास,
आज वो रोने लगे हैं तो
कोई बात तो होगी ना !

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gulzar shayari on love

वो बेपनाह प्यार करता था मुझे,
गया तो मेरी जान साथ ले गया।

जीना भूले थे कहां याद नहीं!
तुमको पाया है जहाँ
सांस फिर आई वहीं

क्यूं बार बार लगता है मुझे
कोई दूर छुपके तकता है मुझे
कोई आस पास आया तो नही
मेरे साथ मेरा साया तो नही

शाम से आँख में नमी सी है
आज फिर आपकी कमी सी है

ख़ामोश रहने में दम घुटता है
और बोलने से ज़बान छिलती है
डर लगता है नंगे पांव मुझे
कोई कब्र पांव तले हिलती है

Gulzar Shayari on Love

gulzar shayari hindi

ऐसा कोई ज़िंदगी से वादा तो नहीं था,
तेरे बिना जीने का इरादा तो नही था।

मोहब्बत में अक्सर ऐसा होता है,
पूरी दुनिया से लड़ने वाला इंसान
अपने मन पसंद इंसान से हार जाता है।

नही करता मै तेरा जिक्र
किसी तीसरे से,
तेरे बारे में बात सिर्फ
खुदा से होती है।

तुझे पाने की जिद थी
अब भुलाने का ख्वाब है,
ना जिद पूरी हुई और
ना ही ख्वाब..

वो शाम कुछ अजीब थी,
ये शाम भी अजीब है
वो कल भी पास पास थी
वो आज भी करीब है

gulzar shayari on life

जाने कैसे बीतेंगी ये बरसातें,
माँगें हुए दिन हैं, माँगी हुई रातें।

वो सफर बचपन के अब तक
याद आते हैं मुझे,
सुबह जाना हो कहीं तो
रात भर सोते नही थे..!

कमियां तो पहले भी थीं मुझमें
अब जो बहाना ढूंढ़ रहे हो
तो बात अलग है…

नजर भी ना आऊं
इतना भी दूर ना करो मुझे,
पूरी तरह बदल जाऊं
इतना भी मजबूर मत करो मुझे..

दिल तो रोज़ कहता है
कि तुम्हे कोई सहारा चाहिए,
फिर दिमाग कहता है
क्यों तुम्हे धोखा दुबारा चाहिए..

Heart Touching Gulzar Shayari

motivational gulzar shayari

प्यार में अज़ीब ये रिवाज़ है,
रोग भी वही है जो इलाज है।

जो हैरान हैं मेरे सब्र पर
उनसे कह दो जो आंसू जमीन पर
नहीं गिरते वो दिल चीर देते हैं..

मेरी आंखों ने पकड़ा है
उन्हें कई बार रंगे हाथ
वो इश्क करना तो चाहते हैं
मगर घबराते बहुत हैं !

अपनी पीठ से निकले
खंजरों को जब गिना मैंने
ठीक उतने ही निकले
जितनो को गले लगाया था !

दर्द भी वही देते हैं
जिन्हे हक़ दिया जाता है,
वरना गैर तो धक्का लगने पर
भी माफ़ी मांग लिया करते हैं।

gulzar shayari in hindi 2 lines

एक बीते हुए रिश्ते की
एक बीती घड़ी से लगते हो,
तुम भी अब अजनबी से लगते हो।

तुम्हारी आदत सी
हो गई थी हमें,
मालूम तो हमे भी था कि
तुम नसीब में नही हो.

किसी को उजाड़ कर
बसे तो क्या बसे,
किसी को रुला कर
हंसे तो क्या हंसे..!!

तुझसे दूर जाने का
कोई इरादा ना था,
पर रुकते आखिर कैसे
जब तू ही हमारा न था..!!

अब मत मिलना
तुम दोबारा मुझे,
वक़्त बहुत लगा है
खुद को संभालने में..!!

Gulzar Shayari hindi

sad gulzar shayari

इश्क़ की तलाश में क्यों निकलते हो तुम,
इश्क़ खुद तलाश लेता है,
जिसे बर्बाद करना होता है।

ठुकराया हमने भी है
बहुतों को तेरे खातिर
तुझसे फासला भी शायद
उनकी बद्दुआओं का असर है।

रोना उनके लिए
जो तुम पर निसार हो,
उसके लिए क्या रोना
जिनके आशिक़ हजार हों..

हम झूठों के बीच में सच बोल बैठे,
वो नमक का शहर था
और हम जख्म खोल बैठे…

जिसका हक है उसे ही मिलेगा,
इश्क पानी नही जो सबको पिला दें

gulzar shayari on life in hindi

टकरा के सर को जान न दे दूं तो क्या करूं,
कब तक फ़िराक-ए-यार के सदमे सहा करूं,
मै तो हज़ार चाहूँ की बोलूँ न यार से,
काबू में अपने दिल को न पाऊं तो क्या करूं।

तिनका सा मै और समुंदर सा इश्क,
डूबने का डर और डुबाना ही इश्क..

बातों से सीखा है हम ने
आदमी को पहचानने का फन
जो हल्के लोग होते हैं
हर वक़्त बातें भारी भारी करते हैं..

कोई रंग नही होता
बारिश के पानी में,
फिर भी फिजा को रंगीन
बना देती है..

इतने बुरे नही थे
जितने इल्ज़ाम लगाए लोगों ने,
कुछ किस्मत खराब थी
कुछ आग लगाई लोगों ने..

Gulzar Shayari on Life

gulzar shayari in hindi 2 lines

तू समझता क्यों नहीं है
दिल बड़ा गहरा कुआँ है,
आग जलती है हमेशा,
हर तरफ धुआँ-धुआँ है।

अब टूट गया दिल
तो बवाल क्या करें,
खुद ही किया था पसंद
अब सवाल क्या करें ?

आखिरी नुकसान था तू जिंदगी में,
तेरे बाद मैंने कुछ खोया ही नहीं..

सब खफा हैं मेरे लहजे से,
पर मेरे हालात से वाकिफ
कोई नहीं..

तन्हाइयां कहती हैं
कोई महबूब बनाया जाए,
जिम्मेदारियां कहती हैं
वक़्त बर्बाद बहुत होगा..

deep meaning gulzar shayari in hindi 2 lines

वो चीज़ जिसे दिल कहते हैं,
हम भूल गए हैं रख के कहीं।

कयामत तक याद करोगे
किसी ने दिल लगाया था,
एक होने की उम्मीद भी न थी
फिर भी पागलों की तरह चाहा था।

हर कोई परेशान है
मेरे कम बोलने से,
और मै परेशान हूं
अपने अंदर के शोर से..!!

कहने को तो बस
बातें हो जाती हैं,
पर दिल खोलकर बात किए हुए
जमाना हो गया….

पल्लू गिर गया,
पर वो घबराई नहीं
उसे यकीन था मेरी
नजर झुकी होगी..

Motivational Gulzar Shayari

gulzar shayari in hindi 2 lines on life

उम्मीद तो नहीं फिर भी उम्मीद हो,
कोई तो इस तरह आशिक़ शहीद हो।

बहुत करीब से अनजान बनके
गुजरा है वो शख्स,
जो कभी बहुत दूर से
पहचान लिया करता था..

उतार कर फेंक दी उसने
तोहफे में मिली पायल,
उसे डर था छनकेगी तो
याद जरूर आऊंगा मै..

थोड़ा सा रफू
कर के देखिए ना
फिर से नई सी लगेगी,
जिंदगी ही तो है..

कौन कहता है कि
हम झूठ नही बोलते,
एक बार खैरियत
तो पूछ के देखिए..

romantic gulzar shayari in hindi

पता चल गया है के मंज़िल कहां है,
चलो दिल के लंबे सफ़र पे चलेंगे,
सफ़र ख़त्म कर देंगे हम तो वहीं पर,
जहाँ तक तुम्हारे कदम ले चलेंगे।

सब तारीफ कर रहे थे
अपने अपने महबूब का,
हम नीद का बहाना बना कर
महफ़िल छोड़ आए..

वो हमे भूल ही गए होंगे
भला इतने दिनों तक
कौन खफा रहता है..

आज थोड़ी बिगड़ी है
कल फिर सवांर लेंगे
जिंदगी है जो भी होगा
संभाल लेंगे…

सालों बाद मिले वो
गले लगाकर रोने लगे,
जाते वक़्त जिसने कहा था
तुम्हारे जैसे हजार मिलेंगे..

Gulzar Shayari in Hindi 2 Lines

gulzar shayari in hindi love

गुल पोश कभी इतराये कहीं,
महके तो नज़र आ जाये कहीं,
तावीज़ बनाके पहनूं उसे,
आयत की तरह मिल जाये कहीं।

मांगा नही रब से तुम्हे
लेकिन इशारा तुम्हीं पर था,
नाम बेशक नही लिया
मगर पुकारा तुम्हीं को था..

अगर मोहब्बत उससे ना मिले
जिसे आप चाहते हो,
तो मोहब्बत उसको जरूर देना
जो आपका चाहते हैं…

सच कहा था
एक फकीर ने मुझसे,
तुझे मोहब्बत तो मिलेगी
पर तड़पाने वाली !

जाने वाला कमियां देखता है,
निभाने वाला काबिलियत..

zindagi gulzar shayari in hindi

तेरे इश्क़ में तू क्या जाने कितने ख्वाब पिरोता हूं,
एक सदी तक जागता हूं मैं,
एक सदी तक सोता हूं।

हंसना मुझे भी आता था
पर किसी ने रोना सिखा दिया,
बोलने में माहिर हम भी थे
किसी ने चुप रहना सिखा दिया..

उम्मीद भी अजनबी लगती है
और दर्द पराया लगता है
आईने में जिसको देखा था
बिछड़ा हुआ साया लगता है

कोई तो करता होगा हमसे भी
खामोश मोहब्बत..
किसी का हम भी अधूरा
इश्क रहे होंगे…

वो चेहरे जो रौशन हैं लौ की तरह
उन्हें ढूंढने की जरूरत नही
मेरी आँख में झाँक कर देख लो
तुम्हें आइने की जरूरत नही

Sad Gulzar Shayari

sad gulzar shayari in hindi

सुरमे से लिखे तेरे वादे आँखों की जबानी आते हैं,
मेरे रुमालों पे लब तेरे बाँध के निशानी जाते हैं।

जर्रा जर्रा समेट कर
खुद को बनाया है मैंने,
मुझसे ये ना कहना
बहुत मिलेंगे तुम जैसे..

गलती तेरी थी या
मेरी क्या फर्क पड़ता है
रिश्ता तो हमारा था ना।

बस इतना सा असर होगा
हमारी यादों का,
की कभी कभी तुम बिना
बात के मुस्कुराओगे..

इसलिए पसंद है किताब मुझे
वो टूटकर बिखर जाना पसंद करेगी
मगर अपने लफ्ज़ बदलना नही..

gulzar shayari in hindi on life

उतर रही हो या चढ़ रही हो ?
क्या मेरी मुश्किलों को पढ़ रही हो ?

बहुत कम लोग हैं
जो मेरे दिल को भाते हैं,
और उससे भी बहुत कम हैं
जो मुझे समझ पाते हैं..

लगता है जिंदगी
आज खफा है,
चलिए छोड़िए
कौनसी पहली दफा है !

फिक्र है इज्जत की तो
मोहब्बत छोड़ दो जनाब,
आओगे इश्क की गली में
तो चर्चे जरूर होंगे..!!

सच बड़ी काबिलियत से
छुपाने लगे हैं हम,
हाल पूछने पर बढ़िया
बताने लगे हैं हम..!

Gulzar Shayari on Life in Hindi

best gulzar shayari in hindi

तुम्हें जिंदगी के उजाले मुबारक,
अंधेरे हमें आज रास आ गए हैं,
तुम्हें पा के हम खुद से दूर हो गए थे,
तुम्हें छोड़कर अपने पास आ गए हैं।

तुम मिले तो क्यों लगा मुझे,
खुद से मुलाकात हो गई
कुछ भी तो कहा नही मगर,
ज़िंदगी से बात हो गई

सब तरह की दीवानगी
से वाकिफ हुए हम,
पर मा जैसा चाहने वाला
जमाने भर में ना था !

आइने के सामने खड़े होकर
खुद से ही माफी मांग ली मैंने,
सबसे ज्यादा अपना ही दिल दुखाया है
औरों को खुश करते करते..

जो बीत गया है वो अब दौर न आएगा,
इस दिल में सिवा तेरे कोई और न आएगा,
घर फूंक दिया हमने, अब राख उठानी है,
जिंदगी और कुछ नही, तेरी मेरी कहानी है।

gulzar shayari in hindi

मेरा ख्याल है अभी झुकी हुई निगाह में,
खिली हुई हँसी भी है दबी हुई सी चाह में,
मैं जानता हूं मेरा नाम गुनगुना रही है वो,
यही ख्याल है मुझे के साथ आ रही है वो।

टूटी फूटी शायरी में
लिख दिया है डायरी में
आख़िरी ख्वाहिश हो तुम
लास्ट फरमाइश हो तुम

मुस्कुराना, सहते जाना, चाहने की रस्म है
ना लहू ना कोई आँसू इश्क़ ऐसा ज़ख्म है

हमने देखी है उन आँखों की खुशबू
हाथ से छूके इसे रिश्तों का इल्ज़ाम न दो
सिर्फ़ एहसास है ये रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम न दो

ख्वाबी ख्वाबी सी लगती है दुनिया
आँखों में ये क्या भर रहा है
मरने की आदत लगी थी
क्यूं जीने को जी कर रहा है

Deep Meaning Gulzar Shayari in Hindi 2 Lines

gulzar ki shayari

होती नहीं ये मगर हो जाये ऐसा अगर,
तू ही नज़र आए
जब भी उठे ये नज़र।

कहीं किसी रोज यूं भी होता
हमारी हालत तुम्हारी होती
जो रातें हमने गुजारी मरके
वो रातें तुमने गुजारी होती

मेरे कंधे पर कुछ यूं गिरे उनके आंसू ,
कि सस्ती सी कमीज़ अनमोल हो गई..

गुस्सा भी क्या करूं तुम पर
तुम हंसते हुए बेहद अच्छे लगते हो !

दोस्ती रूह में उतरा हुआ
रिश्ता है साहब,
मुलाकातें कम होने से
दोस्ती कम नही होती..

gulzar ki shayari in hindi

एक बार जब तुमको बरसते पानियों के पार देखा था,
यूँ लगा था जैसे गुनगुनाता एक आबशार देखा था,
तब से मेरी नींद में बसती रहती हो,
बोलती बहुत हो और हँसती रहती हो।

मुकम्मल इश्क से ज्यादा तो चर्चे
अधूरी मोहब्बत के होते हैं !

तमाशा जिंदगी का हुआ,
कलाकार सब अपने निकले !

किसी ने मुझसे पूछा की
दर्द की कीमत क्या है.?
मैंने कहा, मुझे नही पता
मुझे लोग फ्री में दे जाते हैं !

उनकी ना थी कोई खता
हम ही गलत समझ बैठे
वो मोहब्बत से बात करते थे
हम मोहब्बत समझ बैठे !

Gulzar ki Shayari in Hindi

gulzar ki shayari love

वक्त कटता भी नहीं,
वक्त रुकता भी नहीं,
दिल है सजदे में मगर,
इश्क झुकता भी नहीं।

दुसरो को इतनी जल्दी
माफ़ कर दिया करो
जितनी जल्दी आप
उपरवाले से अपने लिए
माफ़ी की उम्मीद रखते हो

“भरोसा नहीं है क्या मुझपे”
ये लाइन बोलकर पता नहीं
कितने लोग धोखा दे देते है

एक दिन शिकायत तुम्हें
वक्त से नहीं खुद से होगी,
कि जिंदगी सामने थी
और तुम दुनिया में उलझे रहे

मुझे किसी के बदल जाने का कोई गम नहीं
बस कोई था जिससे ये उम्मीद नहीं थी

gulzar ki shayari hindi

जबसे तुम्हारे नाम की मिसरी होंठ लगाई है,
मीठा सा गम है और मीठी सी तन्हाई है।

पूछा जो हमने किसी और
के होने लगे हो क्‍या,
वो मुस्कुरा कर बोले
पहले तुम्हारे थे क्या

इतने जल्द ना सारे राज
बताया करो,
बात अगर लंबी करनी हो
तो कुछ राज छुपाया करो

छू न पाया मेरे अंदर की उदासी को कोई
मेरे चेहरे ने इतनी अच्छी अदाकारी की

मै सबका दिल रखता हूँ और
सुनो मै भी एक दिल रखता हूँ

Best Gulzar Poetry in Hindi

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जिन दिनों आप रहते थे,
आंख में धूप रहती थी,
अब तो जाले ही जाले हैं,
ये भी जाने ही वाले हैं।

माफ़ी चाहता हूँ
तेरा गुनहगार हू ऐ दिल,
तुझे उसके हवाले किया
जिसे तेरी क़दर नही थी

अब मुझे रास आ गया है
अकेलापन
अब आप अपने वक़्त का
अचार डाल दीजिये

अगर किसी से बिछड़ने का डर
तुम्हें हर रोज़ रहने लगे तो
यकीन मानो कि उस इंसान को
तुम एक दिन खो ही दोगे

बटुए को क्या मालूम पैसे उधार के है
वो तो बस फूला ही रहता है अपने गुमान में

gulzar ki shayari image

जब भी आंखों में अश्क भर आए,
लोग कुछ डूबते नजर आए,
चांद जितने भी गुम हुए शब के,
सब के इल्ज़ाम मेरे सर आए।

बड़ी मुददत से मिलता है
बड़ी शिददत से चाहने वाला

यहाँ हर किसी को दरारों में
झाँकने की आदत है
दरवाज़े खोल दो
कोई पूछने तक नहीं आएगा

मुझे रिश्तो की लंबी कतारों से
मतलब नहीं
कोई दिल से हो मेरा तो
एक शख्स भी काफी है

पलट कर जवाब देना
बेशक गलत बात है
लेकिन सुनते रहो तो लोग
बोलने की हदें भूल जाते है

गुलज़ार शायरी इन हिंदी

heart touching gulzar ki shayari

सालों बाद मिले वो गले लगाकर रोने लगे,
जाते वक्त जिसने कहा था,
तुम्हारे जैसे हज़ार मिलेंगे।

लौटने का ख्याल भी आए
तो बस चले आना,
इंतजार आज भी बड़ी
बेसब्री से है तुम्हारा..

ये तो दस्तूर है
जो जितने पास है
वो उतना ही दूर है

छोड़ दो ये बहाने
जो तुम करते हो,
हमें भी अच्छे से मालूम है
मज़बूरियाँ तभी आती हैं
ज़ब दिल भर गया हो

ख़ुदा तूने तो लाखो की
तकदीर संवारी है,
मुझे दिलासा तो दे की
अब तेरी बारी हैं

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वो शख़्स जो कभी मेरा था ही नहीं,
उसने मुझे किसी और का भी नहीं होने दिया।

जब अपने ही परिंदे
किसी और के दाने के
आदि हो जाये तो
इन्हे आज़ाद कर देना चाहिए

हम चाय पीकर
कुल्हड़ नहीं तोड़ पाते
दिल तो खैर
बहुत दूर की बात है

जो हमारे जज्बातो
की कद्र नही कर सकते,
उनके पीछे पागल होना
प्यार नहीं बेवकूफ़ी है

याद रखना दर्द भी वही देते है
जिन्हें हक दिया जाता है,
वरना गैर तो धक्का लगने पर भी
माफी माँग लिया करते है

Gulzar Famous Shayari in Hindi

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आऊं तो सुबह, जाऊं तो मेरा नाम शबा लिखना,
बर्फ पड़े तो बर्फ पे मेरा नाम दुआ लिखना।

काश कोई हमें भी ऐसा चाहे
जैसे कोई तकलीफ में
सुकून चाहता है

पूछा जो हमने किसी और
के होने लगे हो क्‍या,
वो मुस्कुरा कर बोले
पहले तुम्हारे थे क्या

हालात दिखा देते है
बातें सुनना और सहना
वरना हर शख्स अपने
आप में बादशाह होता है

एक दिन शिकायत तुम्हें
वक्त से नहीं खुद से होगी,
कि जिंदगी सामने थी
और तुम दुनिया में उलझे रहे

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तुझ से बिछड़कर कब ये हुआ कि मर गए,
तेरे दिन भी गुजर गए
और मेरे दिन भी गुजर गए।

बटुए को क्या मालूम पैसे उधार के है
वो तो बस फूला ही रहता है अपने गुमान में

जो हमारे जज्बातो
की कद्र नही कर सकते,
उनके पीछे पागल होना
प्यार नहीं बेवकूफ़ी है

मै ही मनाऊ हमेशा तुझे
कभी तू भी तो मना मुझे
महसूस तो करू कैसा लगता है
जब यार अपना मनाता है

सोचता था दर्द की दौलत से
एक मै ही मालामाल हूँ
देखा जो गौर से तो
हर कोई रईस निकला

*Gulzar Sahab*

Gulzar Sahab, as he is popularly known, is one of the most celebrated poets and lyricists in the Hindi language. He is a master of words and a true master of poetry. His shayaris are known for their imagery, evocative language, and deep insights into human emotions and experiences.

Gulzar Sahab began his career as a songwriter in the Indian film industry, and quickly established himself as one of the most respected lyricists in the country. He has written the lyrics for over 200 films, winning numerous awards for his work, including the National Film Award for Best Lyrics for the song “Tere Bina Zindagi Se” in the film Aandhi (1975), and “Jai Ho” from the film Slumdog Millionaire (2008). He has a unique style of blending Urdu and Hindi languages in his poetry and songs, which makes his poetry rich and profound.

As a poet, Gulzar Sahab has published several collections of poetry, including “Raat Pashmine Ki” (Night of the Silk Scarf) and “Chand Pukhraaj Ka” (Moonstone). His poetry often deals with themes of love, loss, and longing, and his use of language is considered to be both elegant and evocative. His shayaris have a touch of nostalgia and melancholic beauty, which reflects the human emotions and the turmoil that one goes through in different stages of life.

Gulzar Sahab has also directed several films, including the acclaimed “Mere Apne” (1971) and “Aandhi” (1975), and the popular “Maachis” (1996). He is also known for his television work, including the popular series “Mirza Ghalib” (1988) which won many awards and praises. His writing and direction showcase his mastery in storytelling, where he leaves a lasting impact on the viewer’s mind.

Gulzar Sahab’s work has been recognized with numerous awards and honors throughout his career, including the Padma Bhushan in 2004 and the Sahitya Akademi Award for “Collected Poems” in 2002. He has received many more awards, including the Lifetime Achievement award, Filmfare award, and the Padma Bhushan.

One of the most striking aspects of Gulzar Sahab’s shayari is his ability to convey a wide range of emotions through a few simple words. His shayaris are known for their simplicity and yet they are profound and thought-provoking. His poetry often speaks of the pain of separation and the longing for a loved one. They speak of the fleeting nature of life and the transient nature of human relationships. His poetry is not just about love, but it also talks about the society, politics and the environment. He has a unique way of capturing the essence of life through his words.

Gulzar Sahab’s shayaris are not only limited to the literary circles, but they have also been widely popular among the masses. His poetry has been recited and sung by many famous artists, making it accessible to a wider audience. He has a way of connecting with the reader on a personal level and many of his lines are known to stay with people long after they have read them.

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